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छत

में खुद एक छत हूँ। लेकिन कई छतों का साया मेरे ऊपर भी है। माँ के आशीष के साथ पापा की सुरक्षा की छत है तो बीवी के प्यार के साथ छत बच्चों के अरमान की। भाई के साथ के साथ बहन के स्नेह की छत है तो ‎दोस्तों की हँसी के साथ छत आराम की। छत पुरखों की है मेरे ऊपर कहीं तो कहीं छत मेरे गाँव में बसे भगवान की। ‎नौकरी में सहयोगियों की छत है कहीं तो कहीं छत कंपनी के सम्मान की। छत दूसरों के विश्वास की है कहीं तो छत उम्मीद भरे आसमान की। ‎ छत है सब पर अनंत नीले आसमान की और उसमें छुपे नानक, जीसस, अल्लाह और राम की। #justnegi